नई दिल्ली। शेयर बाजार में लिस्ट होने से पहले कंपनी अपना आईपीओ (IPO) खोलती है। इस आईपीओ में निवेश के बाद निवेशकों को शेयर अलॉट होता है। शेयर अलॉट होने के बाद ही स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग होती है। अगर जितना आईपीओ होता है उससे ज्यादा बोली लगाई जाती है तो ऐसे में हर निवेशक को तो आईपीओ अलॉट नहीं हो सकता है। इस स्थिति में जिन निवेशकों को आईपीओ अलॉट नहीं होता है उन्हें निवेश राशि वापस मिल जाती है यानी रिफंड हो जाती है। कई बार आईपीओ रिफंड में देरी हो जाता है।
बाजार में अभी बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ (Bajaj Housing Finance IPO) को लेकर काफी क्रेज देखने को मिला है। कंपनी के आईपीओ 69 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ है। आईपीओ का अलॉटमेंट 12 सितंबर 2024 (गुरुवार) को हो गया था। जिन निवेशकों को आईपीओ अलॉट नहीं हुआ है उन्हें रिफंड मिल गया है।