महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि महायुति गठबंधन दिवाली के बाद पटाखे जलाएगा, जो महायुति के विधानसभा चुनाव जीतने की निश्चितता का संकेत देगा। रविवार को ठाणे में एक सभा को संबोधित करने से पहले शिंदे ने अपने गुरु आनंद दिघे, और शिव सेना के संस्थापक बाल ठाकरे को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सभा को संबोधित करते हुए शिंदे ने जनता से पूछा, “क्या आप चाहते हैं कि महायुति सरकार द्वारा लागू किए गए परियोजनाओं को जारी रखा जाए?” शिवसेना, भाजपा और राकांपा के गठबंधन (महायुति) को विधानसभा में शिवसेना(यूबीटी), राकांपा-एसपी और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी (एमवीए) से कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इस साल अक्तूबर-नवंबर में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाला है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, “उन्हें (एमवीए) गलियों या दिल्ली में जाने दीजिए। उन्हें उतना महत्व मत दीजिए। हम अपना काम जारी रखेंगे।” शिंदे ने हाल के चुनावों में ठाणे लोकसभा क्षेत्र के लिए शिवसेना नेता नरेश म्हस्के को मैदान में उतारने के फैसले का भी उल्लेख किया। यह एक ऐसा कदम है जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया था। हालांकि, इसमें म्हस्के ने जीत हासिल की थी। अपने विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए महाराष्ट्र के सीएम ने दावा किया कि उनके विरोधियों का ध्यान उनपर केंद्रित हैं।
एकनाथ शिंदे ने कहा, “जिस तरह से संताजी और धनाजी को उनके दुश्मनों ने पानी में हर जगह देखा, उसी तरह उन्हें हर जगह एकनाथ शिंदे दिखाई देते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि जबतक लोग उनका समर्थन करते हैं तब तक उन्हें आलोचनाओं से फर्क नहीं पड़ेगा। सरकार की परियोजनाओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा, महाराष्ट्र शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षुता और उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने वाला पहला राज्य है।
शिंदे ने कहा, “मुझे जानकारी मिली की आधी रात को एक लड़की ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसके परिवारवाले फीस का भुगतान नहीं कर पा रहे थे। रात के दो बजे मैंने उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली सभी लड़कियों की फीस में छूट देने का निर्णय किया।” लाड़की बहिन योजना पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि 1500 रुपये मासिक भत्ता नहीं रुकेगा। अगर इस सरकार को मौका मिला तो इसे बढ़ाया भी जाएगा। एकनाथ शिंदे ने ठाणे में गायमुखी चौपाटी के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने शिवाजी महाराज और कांहोजी आंग्रे के लिए स्मारक बनाने की भी घोषणा की।