11:54 am Saturday , 19 April 2025
Breaking News

‘नक्सलवाद के नाम पर एक बूंद भी खून नहीं बहेगा’ , ग्राउंड जीरो से अमित शाह की हुंकार

बीजापुर। नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील के अगले ही दिन गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बल के जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए अग्रिम सुरक्षा चौकी (एफओबी) का दौरा किया। बीजापुर के गुंडम में इसी साल स्थापित जिस सुरक्षा चौकी पर शाह पहुंचे, वहां पिछले साल तक नक्सली ट्रेनिंग लेते थे। नक्सलियों ने यहां अपने शहीदों के लिए स्मारक बना रखा था, जिस स्थान पर अब तिरंगा फहराता है।

गुंडम में अमित शाह ने स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात की और स्कूल व जनवितरण प्रणाली की दुकान का भी निरीक्षण किया। शाह ने सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की उपलब्धता के बारे ग्रामीणों से जानकारी ली। बाद में सुरक्षा बल के जवानों के साथ मुलाकात के दौरान शाह ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीणों का दिल जीतने के लिए प्रयास करने को कहा।

नक्सली हिसां में मारे गए लोगों से मिले शाह
शाह ने कहा कि सशस्त्र नक्सलियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करना जरूरी है, लेकिन ग्रामीणों में से आगे कोई नक्सली नहीं बने यह भी उतना ही जरूरी है। शाह ने जवानों को कहा कि उन्हें समय निकालकर बच्चों की पढ़ाई में मदद करने और कैंप में उपलब्ध डिस्पेंसरी का इस्तेमाल ग्रामीणों के इलाज के लिए करने के साथ ही सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में स्थानीय लोगों को जागरूक करने को भी कहा।

गुंडम जाने के पहले अमित शाह ने नक्सली हिंसा मारे गए जवानों और आम लोगों के परिजनों से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान 31 मार्च 2026 तक नक्सली समस्या को पूरी तरह खत्म करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए शाह ने कहा कि उसके बाद मां दंतेश्वरी की धरती नक्सलवाद के नाम एक बूंद भी खून नहीं बहेगा।

आत्मसमर्पण करने वालों का स्वागत: शाह
अमित शाह ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वालों का स्वागत है। हिंसा का रास्ता न छोड़ने वालों को गिरफ्तार करना और लोगों की जान लेने पर आमादा नक्सलियों को सजा देना, इन तीन मोर्चों पर छत्तीसगढ़ सरकार काम कर रही है। ध्यान देने की बात है कि रविवार को अमित शाह ने जगदलपुर से नक्सलियों से हिंसा छोड़कर मुख्य धारा में शामिल होने की अपील की थी। आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों से मुलाकात कर शाह ने साफ किया था एक बार हथियार छोड़कर आने वाले नक्सलियों के हर दिक्कत में सरकार के साथ का भरोसा दिया था।

About thenewsnowdigital.com

Check Also

ट्रैक के घुमावदार होने और ब्रेक लगाने की दूरी…, इन वजहों से नहीं टल पाया रेल हादसा

उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव में हुई ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 13 …