नई दिल्ली। रिजर्व बैंक गवर्नर पद पर छह वर्षों तक अपनी सेवा देने वाले डॉ. शक्तिकांत दास ने ब्याज दरों को लेकर केंद्र सरकार व केंद्रीय बैंक के बीच किसी तरह की संवादहीनता या तनाव की संभावनाओं से साफ तौर पर इनकार किया है। डॉ. दास का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हुआ और इस दिन उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस करके अपनी सेवा के दौरान की चुनौतियों व अवसरों और बुधवार (11 दिसंबर, 2024) से गवर्नर पर पर आसीन होने वाले संजय मल्होत्रा की चुनौतियों के बारे में विस्तार से बात की।
उन्होंने इस बात से साफ इनकार किया कि उनके कार्यकाल के अंतिम दो वर्षों में रेपो रेट में कटौती नहीं किये जाने की वजह से देश की आर्थिक विकास दर में हाल ही में सुस्ती देखने को मिली है। सोशल मीडिया एक्स पर भावनात्मक तौर पर लिखे गये पोस्ट में डॉ. दास ने लंबे समय तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पर सेवा का अवसर देने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ ही आरबीआई के सभी सहयोगियों का आभार जताया।