नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी के लोकसभा सदस्यों से कहा कि वे विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के ‘मध्यम और निचले स्तर’ के नेताओं की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया न दें। उन्होंने कहा कि विपक्षी समूह में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में कांग्रेस मुद्दों से निपटने के लिए सक्षम है। राहुल गांधी की यह सलाह ऐसे समय आई है, जब आईएनडीआईए के विभिन्न नेता नेतृत्व के मुद्दे पर विचार कर रहे हैं।
तृणमुल कांग्रेस की नेता व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए आक्रामक रूप से जोर दे रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी संसद भवन में पार्टी के लोकसभा सदस्यों की एक बैठक में सांसदों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि वे सभी संसद की बैठकों से पहले पार्टी के विरोध प्रदर्शन के लिए उपस्थित हों, खासकर जब कांग्रेस अध्यक्ष भाग ले रहे हों।
राहुल गांधी ने कहा कि अदाणी मुद्दे पर विपक्ष का विरोध सरकार को बेचैन कर रहा है और उन्हें लोगों के मुद्दे उठाते रहना चाहिए। पार्टी सूत्रों ने बताया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने इस बात पर जोर दिया कि वह चाहते हैं कि सदन चले ताकि विपक्ष की आवाज सुनी जा सके। बैठक में वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने सांसदों से विरोध के नए विचारों के साथ आने का आग्रह किया है, जैसा कि पिछले कुछ दिनों में देखा गया था।