नई दिल्ली। विदेश सचिव विक्रम मिसरी सोमवार को बांग्लादेश का एक दिवसीय दौरा करेंगे। मिसरी अपने बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद जशीमुद्दीन के साथ व्यापक वार्ता करेंगे। इस दौरान वह हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर भारत की चिंताओं को ढाका के समक्ष उठाएंगे। उनका बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश मंत्री मोहम्मद तौहीद हुसैन से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।
मोहम्मद यूनुस से कर सकते हैं मुलाकात
मिसरी 12 घंटे की यात्रा के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस से भी मुलाकात कर सकते हैं। अगस्त में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार को अपदस्थ करने के बाद भारत की ओर से यह पहला उच्चस्तरीय दौरा है।
उधर मिसरी की यूनुस से संभावित मुलाकात से पहले मोदी सरकार विरोधी और दुनिया के सबसे धनाढ्य लोगों में से एक अमेरिकी निवेशक जार्ज सोरोस के बनाए संगठन ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष मार्क मैलोच ब्राउन ने रविवार को ढाका में यूनुस से मुलाकात की।
सूत्रों ने बताया कि मिस्री की यात्रा के दौरान बांग्लादेश हसीना को भारत द्वारा शरण दिए जाने पर अपनी चिंता व्यक्त कर सकता है। अगस्त में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के चलते हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था, जिसके बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों तनाव में आ गया। हसीना के भारत में शरण लेने के कुछ दिनों बाद ही यूनुस ने अंतरिम सरकार की बागडोर संभाली थी।
हालिया हफ्तों में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों और हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद दोनों देशों के संबंध और भी तनावपूर्ण हो गए। पिछले कुछ हफ्तों में पड़ोसी देश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के साथ-साथ मंदिरों पर हमलों की घटनाएं हुई हैं, जिसे लेकर भारत द्वारा गहरी चिंता जताई गई है।