संयुक्त राष्ट्र। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र अतीत का बंदी बना नहीं रह सकता और ग्लोबल साउथ के देशों को लगातार नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी श्रेणी में इन देशों का उचित प्रतिनिधित्व अब अनिवार्य है।
जी-20 ब्राजील, 2024 के विदेश मंत्रियों की दूसरी बैठक में जयशंकर ने कहा, ‘दुनिया एक स्मार्ट, परस्पर जुड़े और बहुध्रुवीय क्षेत्र में विकसित हो गई है और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के बाद से इसके सदस्यों की संख्या चार गुना बढ़ गई है। फिर भी संयुक्त राष्ट्र अतीत का बंदी बना हुआ है।’