इस्लामाबाद। आर्थिक बदहाली से जूझ रहा पाकिस्तान अपनी सरकारी कंपनियों को बेचने के लिए मजबूर हो गया है। पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस (पीआइए) को प्रति वर्ष अरबों रुपये का घाटा हो रहा है।
इसी बात को ध्यान में रखकर पीआइए का निजीकरण किया जा रहा है और एक महीने में यह काम पूरा हो जाएगा। इससे पहले निर्धारित समय सीमा में निजीकरण नहीं हो पाया था।