भारत में सोमवार को बच्चों में ह्यूमन मेटाप न्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण के सात मामले सामने आए. ये मामले बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में दो-दो और अहमदाबाद में एक हैं और ये ऐसे समय में सामने आए हैं जब चीन और अन्य देश वायरल बुखार और निमोनिया के बड़े प्रकोप से जूझ रहे हैं. भारत में HMPV वायरस के मिले मामलों को लेकर लोगों में चिताएं तो हैं लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि HMPV के लिए बहुत कम मामलों में ही अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है और उचित सावधानियों से इसके जोखिम को रोका जा सकता है.
HMPV एक आम श्वसन वायरस है जो निचले और ऊपरी श्वसन संक्रमण का कारण बनता है. यह कोई नया वायरस नहीं है जो अभी पैदा हुआ है बल्कि पिछले कुछ सालों में दूसरे देशों में भी इसके मामले सामने आए हैं. HMPV के लिए कोई विशेष एंटीवायरल ट्रीटमेंट नहीं है बल्कि इसके प्रसार को रोककर ही इससे बचा जा सकता है.
अब ऐसे में लोगों के मन में सवाल भी हैं कि आखिर इस वायरस से कैसे बचा जाए, क्या किया जाए और क्या न किया जाए? तो आइए इस बारे में डॉक्टर्स का क्या कहना है और वे कौन सी सावधानी बरतने की सलाह देते हैं, ये जान लेते हैं.