बाल विवाह के खिलाफ असम की हिमंत बिस्वा सरमा सरकार सख्ती से पेश आ रही है। इसके खिलाफ छेड़े गए अभियान के तहत असम पुलिस ने बीती रात 416 लोगों को गिरफ्तार किया और 335 मामले दर्ज किए। गिरफ्तार किए गए लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
बाल विवाह जैसी बुराई खत्म करके रहेंगेः हिमंता
बाल विवाह को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का पोस्ट भी सामने आया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,
घुसपैठियों को बाहर करेंगेः सरमा
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि राज्य सरकार असम के लोगों की पहचान को बनाए रखने और उनके विकास को सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “सरकार घुसपैठियों के प्रभाव को सीमित करने के लिए परिसीमन की दिशा में भी काम कर रही है। इसके अलावा राज्य सरकार ने 10,000 हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है।
शहीद खड़गेश्वर तालुकदार को किया याद
असम आंदोलन के पहले शहीद खड़गेश्वर तालुकदार के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके बलिदान ने राज्य के साथ-साथ पूरे देश में शोक की लहर पैदा कर दी। उन्होंने कहा कि खड़गेश्वर तालुकदार से प्रेरित होकर 800 से अधिक अन्य शहीदों ने भी राज्य के लिए अपने प्राण न्योछावर किए।
मुख्यमंत्री सरमा ने यह भी कहा कि असम आंदोलन असम और उसके लोगों को अवैध प्रवास के अभिशाप से बचाने के संकल्प की अभिव्यक्ति था।
सरकार मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा करती रहेगी
इससे पहले 10 दिसंबर को सोनितपुर जिले के जमुरीहाट में भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित स्वाहिद दिवस समारोह में भाग लेते हुए सीएम सरमा ने कहा कि असम सरकार मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने असम आंदोलन में जाति, माटी और भेटी के सम्मान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों को भी श्रद्धांजलि दी।