अफगानिस्तान में जब से तालिबान की एंट्री हुई है तब से महिलाओं के खिलाफ लगातार फरमान जारी किए है। इस कड़ी में एक और फरमान जारी कर कहा है कि अफगान महिलाएं दाई का काम और नर्सिंग की पढ़ाई नहीं कर पाएंगी। बीबीसी के अनुसार अफगानिस्तान में महिलाओं के लिए शिक्षा के अंतिम दो रास्ते थे, जिन पर अब तालिबान सरकार ने ताला लगा दिया है।
अफगानिस्तान स्वास्थ्य संकट
वहीं, अफगानिस्तान स्वास्थ्य संकट काफी बिगड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने 2023 में कहा था कि अफगानिस्तान को देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 18,000 दाइयों की जरूरत है। वहीं, दाई का काम और नर्सिंग का प्रशिक्षण ले रही महिलाओं ने कहा है कि उन्हें सुबह कक्षाओं में नहीं लौटने का आदेश दिया गया था और उनके बयानों की पुष्टि अफगानिस्तान में संस्थानों ने की है। हालांकि अभी तक तालिबान सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोई प्रतिक्रिया जारी नहीं की है।
संस्थानों का कहना है कि तालिबान ने उन्हें अगली सूचना तक संस्थान बंद करने का निर्देश दिया है। तालिबान के वादे के बावजूद कि पाठ्यक्रम को इस्लामिक सुनिश्चित करने के बाद वे अपनी शिक्षा फिर से शुरू कर देंगी, किशोर लड़कियां 2021 से शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ हैं।