नई दिल्ली। 75 हजार किलोमीटर लंबी समुद्री तट रेखा वाले भारत में अब जलमार्ग का उपयोग का करते हुए भारत को ‘ब्लू इकोनॉमी’ की दिशा में भी तेजी से बढ़ाने के प्रयास हो रहे हैं। इन्हीं प्रयासों को रणनीतिक रूप से धरातल पर उतारने की सोच के साथ केंद्रीय पोत, पत्तन एवं जलमार्ग मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में दो दिवसीय शिखर सम्मेलन सागरमंथन का आयोजन किया गया है।
पहले दिन इंडिया मैरिटाइम विजन-2047 का रोडमैप साझा करते हुए केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने 50 से अधिक देशों से आए वैश्विक नीति निर्माताओं, समुद्री विशेषज्ञों, उद्योग जगत के दिग्गजों के सामने बताया कि भारत भविष्य के जहाज बनाने की तैयारी कर रहा है, जो अमोनिया, हाइड्रोजन और बिजली जैसे स्वच्छ ईंधन से चलेंगे।