नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएी) पर सैन्य तनाव समाप्त करने को लेकर भारत और चीन के बीच पिछले महीने हुए समझौते को पूरी तरह से लागू होने में वक्त लगेगा। अभी उक्त समझौते के मुताबिक दोनों देशों की तरफ से अपने अपने सैनिकों को हटाने का काम शुरू हो चुका है।
काम पूरा होने में समय लगेगा
पेट्रोलिंग का काम भी शुरू हो चुका है, लेकिन वर्ष 2020 से पहले की स्थिति में सैनिकों को अपने-अपने स्थान पर भेजने का काम पूरा होने में समय लगेगा। यह बात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को आस्ट्रेलिया में एक सार्वजनिक मंच से भारत-चीन संबंधों के बारे में पूछे गये सवाल के जबाव में दिया। जयशंकर ने कहा कि सभी कुछ एक साथ होने नहीं जा रहा, कई स्तरों पर अभी चर्चाएं होंगी।
दोनों देशों के बीच समझौता
भारत और चीन के बीच अप्रैल 2020 से पूर्वी लद्दाख के पास एलएसी पर तनाव बना हुआ था जिसका असर दोनों देशों के सामान्य संबंधों पर भी पड़ा। दोनों तरफ से हजारों सैनिकों और भारी सैन्य साजों-समान की तैनाती की गी थी। लगातार हो रही चर्चा के बाद 21 अक्टूबर, 2024 को दोनों देशों के बीच एक समझौता हुआ है।