नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बहुप्रतीक्षित बैठक बुधवार देर शाम रूस के शहर कजान में संपन्न हुई। यह दोनों नेताओं की नवंबर, 2019 के बाद पहली द्विपक्षीय प्रतिनिधि स्तर की बैठक थी जिसमें भारत-चीन के बीच स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई।
नई शुरुआत करने पर बनी सहमति
पूर्वी लद्दाख स्थित एलएसी पर तनाव खत्म करने के लिए 21 अक्टूबर को हुए समझौते का स्वागत किया गया और अप्रैल, 2020 में चीनी सैनिकों की गलवन (पूर्वी लद्दाख) में घुसपैठ से रिश्तों में आए तनाव को खत्म करते हुए द्विपक्षीय रिश्तों को शांतिपूर्ण व स्थिर बनाने की नई शुरुआत करने पर सहमति बनी।