महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां जीत की रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं. इसी कड़ी में बैठकों का दौर भी जारी है. इसी बीच बुधवार को एनसीपी (SP) प्रमुख शरद पवार ने मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक की. बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दस साल से देश की हुकूमत गलत हाथों में है. जिन लोगों के हाथ में देश की हुकूमत है उनका फर्ज है कि देश में रहने वाले सभी मजहब के लोगों को भरोसा दें कि यह देश हम सबका है.
‘400 पार सीटें आने पर देश में अलग माहौल पैदा होता’
शरद पवार ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सामने 400 पार सीटें जीताने की मांग की. लेकिन, ये 400 पार का नारा देश की भलाई के लिए नहीं, बल्कि बाबासाहेब आंबेडकर ने जो संविधान देश को दिया था उसको बदलने के लिए था. उन्होंने कहा कि जिस तरह पड़ोसी देश बांग्लादेश में स्थिति है, वहां प्रजातंत्र खत्म हो गया है. वैसे ही 400 पास सीटें जीताने की मांग इसलिए भी की जा रही थी ताकि देश का पूरा अधिकार एक व्यक्ति की मुट्ठी में हो. लेकिन, हमें खुशी है कि ऐसा नहीं हो सका. लोगों को डर था 400 पार सीटें आने पर देश में अलग माहौल पैदा हो सकता है.
‘मुसलमान माइनॉरिटी को पूरा रिजर्वेशन देना चाहिए’
शरद पवार ने बैठक में बोलते हुए कहा कि यहां कुछ कागज मुझे मिले, उसमें एक ही मांग है. राष्ट्रवादी कांग्रेस हो, कांग्रेस हो, शिवसेना हो, उनको पूरी तरह से मदद करने की तैयारी आज इन सभी राजनीतिक दलों की है. हम राजनीतिक दलों ने भी समाज के सभी वर्गों की हिफाजत करने की नीति बनाई है. उन्होंने कहा कि विधानसभा हो या कोई दूसरा इलेक्शन सभी में मुसलमान माइनॉरिटी को पूरा रिजर्वेशन देना चाहिए, पूरा मौका देना चाहिए. आने वाले विधानसभा चुनाव में माइनॉरिटी को अच्छी अपॉर्चुनिटी मिलनी चाहिए इसके लिए हम कोशिश करेंगे.